no casteism

यह न्यायालय है डेढ़ सौ करोड़ भारतीयों का यहां पर किसी जाति का शासन नहीं है ना ही संविधान किसी जाति के साथ शासन को मान्यता देता है यह मान्यता देता है न्याय को संविधान मान्यता देता है न्याय को पक्षपात को बिल्कुल भी समर्थन नहीं करता है इसलिए हमें चुनाव सोच समझकर करना होगा यह ग्रुपों का लाडा इस ग्रुप में ना ले जाया जाए यह यहां पर हमें ऐसा इतिहास बनाना होगा जो हमारे पूर्वज हमें गौरवशाली इतिहास देकर गए दुनिया के सबसे सबसे गौरवशाली इतिहास अगर है तो वह भारतीयों का है बाद में जो लोकतंत्र आया उसके बाद इतिहास को बिगड़ने की कोशिश हुई और जातिवाद को फैलाने की कोशिश हुई जब न्याय का शासन है तो सोच समझ कर चुनना चाहिए अब कोई एक जाति शासन नहीं कर सकती शासन वही कर सकता है जो न्याय पर चलता होगा जो न्याय की बात करता होगा